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सरित सम प्यार सम पूज्य मां प्यारी युक्ति वाद धाय मां पन्ना अविरल सतत् प्रवाह कृष्ण मुरारी उदय सिंह व्ध्य्मानम न्यायपूर्ण मात्रा बदले में सबकी रक्षा के हित संस्कारित जन माता-पिता आज्ञाकारी छत्रछाया निज जीवन दुरभाव नरकमेंलेजाताहैअंहकारकाद्वार।जीतसकोतोजीतलोसंस्कारसेसंसार। भाई बहन खुशहाली

Hindi सम द्रष्टा Quotes